7 नवंबर को मनेगी देव दिवाली, जानें पूजा मुहूर्त, विधि

नयीदिल्ली(खौफ 24): चार महीने के बाद भगवान श्री हरि 4 नवंबर को निद्रा से जगकर पुनः पृथ्वी लोक पर आएंगे और 7 नवंबर को देव दिवाली मनाई जाएगी.पंचांग के मुताबिक, कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी कहते हैं. देवउठनी एकादशी 4 नवंबर को है. धार्मिक मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान श्री हरि चार माह की निद्रा से जगकर पुनः धरती पर आते हैं. इस दिन तुलसी तथा शालिग्राम के विवाह का आयोजन किया जाता है. उसके बाद से शुभ और मंगलकार्य शुरू होते हैं.
कार्तिक पूणिमा को देव दिवाली मनाई जाती है. धार्मिक मान्यता है कि देव दिवाली के दिन देवी-देवता पृथ्वी लोक पर आकर दिवाली मानते हैं. प्राचीन नगरी काशी में इन देवी-देवताओं के स्वागत में लोग लाखों की संख्या में दीये जलाकर यह पर्व मनाते हैं.देवदिवाली 2022 तिथि और शुभमुहूर्त,पंचांग के अनुसार देव दिवाली हर साल कार्तिक पूर्णिमा को मनाई जाती है. देव दीपावली का पावन पर्व इस साल 7 नवंबर 2022 दिन सोमवार को मनाया जाएगा. इस साल कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि 07 नवंबर 2022 को सायंकाल 04:15 बजे प्रारंभ होकर 08 नवंबर 2022 को शाम 04 बजकर 31 मिनट तक है. देव दिवाली के दिन देवी-देवताओं के लिए किए जाने वाले विशेष दीपदान एवं पूजा का शुभ मुहूर्त सायंकाल 05 बजकर 14 मिनट से लेकर 07 बजकर 49 मिनट तक रहेगा.देवदीपावली 2022: पूजा का शुभमुहूर्त,देवदिवाली 7 नवंबर 2022, सोमवार कार्तिक पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ 7 नवंबर 2022 को शाम 4 बजकर 15 मिनट से शुरू कार्तिक पूर्णिमा तिथिसमाप्त 8 नवंबर 2022 को शाम 4 बजकर 31 मिनट तक प्रदोषकालदेवदीपावलीमुहूर्त : 7 नवंबर 2022 को शाम 05 बजकर 14 मिनट से 07 बजकर 49 मिनट तक देवदिवालीपूजाअवधि : 02 घंटे 35 मिनट तक अभिजीतमुहूर्त : सुबह 11:43 से दोपहर 12:26 मिनट तक

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